दोस्तों शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना बहुत अच्छा है इसके साथ ही साथ इसमें काफी रिस्क भी हो सकता है। जब आप किसी बिना कंपनी के बारे में जाने बिना कंपनी के बिजनेस को समझे बिना उसमें इन्वेस्ट कर देते हैं। तो दोस्तों जब हम कभी किसी कंपनी पर इन्वेस्ट करते हैं तो हमें उस कंपनी के बिजनेस को पूरा समझना चाहिए साथ ही साथ यह भी देखना चाहिए कि भविष्य में इस बिजनेस के चलने की क्या चांसेस है साथ ही साथ हमें उस पर कंपनी के बारे में यह देखना बहुत जरुरी है कि उस कंपनी का साल दर साल ग्रोथ कैसे हो रहा है। यह भी हमें देखना चाहिए कि कंपनी का जो मार्केट कैप है वह ठीक-ठाक है कि नहीं और कंपनी का जो सारे रेश्योस ठीक है या नहीं जैसे ROE, ROCE, Debt, FIIs & DIIs का निवेश आदि सब ठीक है या नहीं ?
तो दोस्तों आज ऐसे ही कुछ बिंदुओं पर मैं आपको बताने वाला हूँ कि स्टॉक मार्केट या शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते समय हमें कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए या फिर कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए :
1. शेयर मार्केट एक जुआ है ये समझना :
दोस्तों बहुत से लोग शेयर मार्केट को सिर्फ यह समझते हैं कि यह एक जुआ है और यह सोचकर वह अगर किसी कंपनी में बिना कंपनी को जाने उसमे इन्वेस्ट करते हैं और ये चाहते हैं की थोड़े से टाइम में ही उनका निवेशित पैसा कई गुना हो जाये। और कुछ ऐसे भी होते हैं जो अपने किसी दोस्तों या किसी ऐसे लोगो से सलाह लेकर इन्वेस्ट करते हैं जिनको इसका कोई जानकारी नहीं होता है। ऐसे लोग थोड़े समय में ही अगर मार्केट थोड़ा डाउन आता है और उनके निवेश कुछ प्रतिशत कम देखने लगते हैं तो डर में आकर लॉस में ही अपने शेयर को बेच कर निकल जाते हैं। और बाद में बोलते हैं कि स्टॉक मार्केट जुआ है इसमें सिर्फ लॉस होता है। तो ऐसा यह भी एक कारण होता है और ऐसा हमें नहीं करना चाहिए।
2. पेनी स्टॉक या सस्ते शेयरों पर पैसा लगाना :
दोस्तों बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो यह सोचते हैं कि अगर हम लोग सस्ता शेयर खरीदेंगे तो यह कई गुना हमारे पैसे को बढ़ा सकता है और यह सोचकर वह छोटे स्टॉक्स में या फिर सस्ते स्टॉक को इन्वेस्ट कर देते हैं और बाद में उनका पैसा डूब जाता है क्योंकि जिन कंपनीज का मार्केट कैप बहुत कम होता है ऐसी कंपनी को सरवाइव करना बहुत मुश्किल होता है अगर कहीं मार्केट में कुछ क्रैश के सिचुएशंस बनते हैं या मार्केट डाउन होता है या जैसे कि हम लोग इंडिया की बात करें तो आउटसाइड इंडिया से कोई कुछ शार्ट टर्म कोई प्रॉब्लम आता है तो ऐसे में जो सस्ते शेयर या पैनी स्टॉक्स होते हैं या जो छोटे कंपनीज होते हैं वह कंपनी डूब सकती है या ऐसा भी हो सकता है की उन कम्पनीज को फिर से ऊपर आने में या रिकवर करने में बहुत टाइम लग जाता है तो दोस्तों पैनी स्टॉक में निवेश करें लेकिन ऐसे ही पैनी स्टॉक में निवेश करें जिनका कि फंडामेंटल स्ट्रांग है ऐसे पेनिस शेयर्स में आपको लॉस नहीं होगा लेकिन बिना जाने समझे आप एक रुपए दो रुपए दस रुपए के शेयर को खरीदते हैं तो इसमें आपको आगे चल कर लॉस हो सकता है और ज्यादातर पैनी स्टॉक्स में लॉस ही होता है क्योंकि ऐसे कम्पनीज़ या तो कर्ज में डूबी होती है या इसमें कोई भी प्रमोटर ग्रुप नहीं होता तो ऐसे कम्पनीज़ में ग्रोथ के चांसेस बहुत ही कम रहते हैं। इसलिए पैनी स्टॉक में इन्वेस्ट से बचें।
3. कर्ज लेकर शेयर मार्केट में लगाना :
दोस्तों कुछ लोग अपने दोस्तों से पैसा लेकर या फिर कर्ज लेकर स्टॉक मार्केट में पैसा लगाते हैं क्योंकि उनको लगता है कि कहीं ना कहीं उनको जो शेयर का नाम पता है या उनके दोस्त ने जो उनको शेयर का नाम दिया हैं तो ऐसे शेयर में पैसा लगाकर वह पैसे को कई गुना कर सकते हैं और अपना कर्ज भी आसानी से वापस दे सकते हैं। लेकिन दोस्तों ऐसा करना बहुत करना बहुत रिस्की हो सकता है क्योंकि अगर कोई कंपनी में शार्ट टर्म के लिए करेक्शन आता है और इनवेस्टेड अमाउंट में कुछ प्रतिशत की कमी दिखती है तो ऐसे में आपको वह पैनिक में डाल कर आपको शेयर बेचने पर मजबूर कर देंगे क्योंकि आपको लगेगा अभी थोड़े लॉस में भी बेच देता हूँ बाद में फिर निवेश कर दूँगा नहीं तो पूरा पैसा डूब जाएगा। और आप उस शेयर को कुछ प्रतिशत के लॉस में ही बेच कर बाहर निकल जाते हैं। कुछ महीनों में वही शेयर प्रॉफिट में आ जाते हैं। दोस्तों शेयर मार्केट में पैसा डूबता नहीं है अगर आप अच्छे कंपनीज में इन्वेस्ट करें तो यह बात मैं आपको क्लियर कर देता हूं।
4. न्यूज़ या टिप्स पर शेयर खरीदना :
दोस्तों ऐसा नहीं करना चाहिए कि सोशल मीडिया से या फिर यूट्यूब से या फिर कोई भी ऑनलाइन साइट से किसी भी शेयर के बारे में अगर अच्छा आ रहा है तो हमें उस कंपनी को जाने बिना इनवेस्ट नहीं करना चाहिए क्योंकि कई बार होता है कि जो सोशल मीडिया में ऐड चलते हैं या फिर कुछ कंपनीस होती है जो अपने कंपनी को प्रमोट करने के लिए सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर को कुछ अमाउंट पे करते हैं जिसके कारण वह उस कंपनी के बारे में अच्छा बोलते हैं लेकिन बाद में पता चलता है कि वह एक ट्रैप था और ऐसी कंपनी में इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए था तो दोस्तों न्यूज़ या टिप्स के बेसिस पर कभी इनवेस्ट नहीं करना चाहिए जैसा कि मैं हमेशा बोलता हूं कि आपको कंपनी के बिजनेस एंड कंपनी के बारे में जानने के बाद ही आपको उस कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहिए।
5. स्टॉक प्राइस का लगातार ऊपर जाना :
दोस्तों कभी-कभी क्या होता है कि कुछ पैनी शेयर होते हैं या फिर कोई मिडकैप या स्माल कैप भी शेयर हो सकते हैं। उसमें ऐसा भी होता है कि उसके स्टॉक प्राइस होते हैं वह लगातार हमें डेली बेसिस पर अपर सर्किट देखने को मिलता है तो ऐसे शेयर में यह हो सकता है कि उसमें कुछ ऑपरेटर होते हैं या फिर कुछ बड़े इन्वेस्टरर्स होते हैं जो ज्यादा मात्रा में शेयर खरीद कर प्राइस को बढ़ाकर फिर अपना माल बेच कर निकल जाते हैं और रिटेल इन्वेस्टर उसमें फंस जाते हैं तो दोस्तों जब कभी भी किसी भी स्टाक का प्राइस अगर लगातार उपर देखने को मिले जैसे 8%, 10%, 12% की लगातार हमें डे पर डे हमें उसमें इंक्रीजिंग देखने को मिले तो यहां पर हमें सिर्फ चार्ट के बेसिस पर इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए उसके पीछे की रीजन को हमें जानना बहुत जरूरी हो जाता है आपको एक्साइटमेंट में आकर ऐसी कंपनी में या फिर ऐसे स्टॉक्स में इन्वेस्ट बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
6. शुरुआत में ही इनवेस्ट न करके ट्रेडिंग करना :
दोस्तों बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो न्यूज़ के बेसिस पर या फिर अपने दोस्तों के बताए हुए बातों में विश्वास करके यह सोचने लगते हैं कि ट्रेडिंग में ज्यादा से ज्यादा पैसा कम से कम समय में कमाया जा सकता है। और उनको ट्रेडिंग का कोई भी नॉलेज नहीं होता है, फिर भी वह अपने दोस्त के कहने पर या फिर न्यूज़ के बेसिस पर ओवरकॉन्फिडेंस में आकर ट्रेडिंग करने लग जाते हैं लेकिन वह जल्द ही काफी लॉस में फस जाते हैं। उनको काफी बड़ा लॉस हो जाता है और कभी-कभी ऐसा भी होता है कि जिनको अगर ट्रेडिंग के बारे में थोड़ा कुछ पता होता है तो वह कुछ समय तक करते हैं और उसके बाद बड़े लॉस में फंस जाते हैं तो दोस्तों अगर आपको स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग से रिलेटेड कंपलीट नॉलेज नहीं है तो आपको ट्रेडिंग बिल्कुल नहीं करना चाहिए आपको इन्वेस्ट करना चाहिए ट्रेडिंग करने से बचना चाहिए। क्योंकि अगर कोई नया या फिर कम जानने वाला उसमें ट्रेडिंग करता है तो ट्रेडिंग में लॉस के चांसेस बहुत ज्यादा और प्रॉफिट के चांसेस बहुत कम होते हैं।
7. लॉन्ग टर्म ही इन्वेस्ट नहीं करना
दोस्तों अगर इन्वेस्ट करना है तो लॉन्ग टर्म ही इन्वेस्ट करना चाहिए शार्ट टर्म इनवेस्ट नहीं करना चाहिए। क्योंकि शार्ट टर्म में कोई भी कंपनी अच्छा प्रॉफिट बनाकर नहीं दे सकती। जैसा कि हम लोग देखते हैं कुछ ना कुछ इंटरनेशनल या फिर अपने देश में ही कुछ ना कुछ प्रॉब्लम आते ही रहता है जिससे स्टॉक मार्केट ऊपर नीचे होता रहता है। अगर आपको अच्छा पैसा कमाना है तो आपको लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट चाहिए और छोटे-छोटे प्रॉब्लम या मार्केट डाउन के स्थिति में पेशेंस बना कर रखें स्टॉक के बेचें नहीं। जैसा कि अभी हम लोग देखे हैं कोविड-19 पर ही स्टॉक मार्केट की सारी कंपनीस काफी लॉस में आ चुके थे एंड रिकवर होने में लगभग एक डेढ़ साल के आसपास लग गया उसके बाद से सभी कंपनी ने अच्छा रिकवर दिया इतने अच्छे रिजल्ट आए तो दोस्तों हमें पेशेंस के साथ लॉन्ग टर्म इन्वेस्ट करना चाहिए तभी स्टॉक मार्केट में पैसा बनता है। शार्ट टर्म में कभी भी पैसा नहीं बनता है शार्ट टर्म में पैनिक में आकर लोग अपने शेयर को सेल कर देते हैं जिससे उनको लॉस ही होता है।
8. कम कैपिटल में ही पोर्टफोलियो में ज्यादा स्टॉक रखना
दोस्तों कभी कभी क्या होता है कि हमें बहुत से स्टॉक्स अच्छे लगने लगते हैं और हम लोग बहुत से स्टॉक्स को खरीद कर रख लेते हैं जबकि हमारा कैपिटल बहुत ही कम होता है तो ऐसे में हमें प्रॉफिट के बहुत कम चांस होते हैं क्योंकि हम लोग अगर 50-60 शेयर में इन्वेस्ट करते हैं एंड कभी किसी शेयर में लॉस मिलेगा कभी किसी शेयर में प्रॉफिट मिलेगा तो हमें जो प्रॉफिट होगा अगर लॉन्ग टर्म के लिए भी इन्वेस्ट करते हैं तो हमें थोड़ा थोड़ा ही उसमें प्रॉफिट मिलेगा जो कि अच्छा नहीं है अगर हमें इन्वेस्ट करना है तो लगभग हमें 10 या 15 स्टॉक्स में ही इन्वेस्ट करना चाहिए।
9. सारा पैसा एक बार में ही लगा देना :
दोस्तों कभी-कभी क्या होता है कि अगर फंडामेंटली स्ट्रांग स्टॉक्स में भी हम अगर इन्वेस्ट करते हैं तो भी हमें अपना पूरा कैपिटल एक ही बार में इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए। क्योंकि अगर स्टॉक मार्केट में कुछ प्रॉब्लम आता है या शार्ट टर्म के लिए ही अगर स्टॉक मार्केट डाउन होता है तो उस टाइम पर हमें उस अच्छे स्टॉक्स को एवरेज करना होता है जिसके लिए हमें कैपिटल या फिर पैसे की जरूरत पड़ती है तो अगर आप एक ही बार में पूरा पैसा लगा देंगे तो आपके लिए उस टाइम एवरेज करने के लिए आपको प्रॉब्लम होगा तो अगर आपको किसी कंपनी में इन्वेस्ट करना है तो आपको थोड़ा-थोड़ा करके उस कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहिए एक ही बार में किसी भी कंपनी में अपना पूरा कैपिटल को नहीं लगाना चाहिए।
10. कंपनी के फंडामेंटल्स या बिजनेस को समझे बिना इन्वेस्ट करना :
दोस्तों कभी-कभी क्या होता है कि लोग न्यूज़ के बेसिस पर या फिर टिप्स के बेसिस पर किसी भी शेयर को खरीद लेते हैं या फिर अनुमान लगाकर ही खरीद लेते हैं कि इस सेक्टर का आने वाले समय में अच्छा भविष्य रहने वाला है लेकिन पर्टीकूलर उस कंपनी के बारे में वे नहीं देखते हैं क्योंकि अगर कोई सेक्टर अच्छा कर रहा है तो उस सेक्टर में बहुत सारी कंपनी होंगी। तो जरूरी नहीं है कि सभी कंपनी उस सेक्टर में अच्छा करें। कुछ कंपनी उस सेक्टर में अच्छा करती है कुछ कंपनी अच्छा नहीं करती। तो दोस्तों अगर हमें किसी सेक्टर को चुनते हैं तो उस सेक्टर के जो टॉप कंपनी हैं हमें उसका ही चुनाव इन्वेस्टमेंट के लिए करना चाहिए। दोस्तों उसमें इन्वेस्ट करते हैं तो उस कंपनी के कुछ पॉइंट्स को हमें जरूर देखना चाहिए जैसे : कंपनी में कर्ज कितना है ? प्रमोटर की हिस्सेदारी कंपनी में कितनी है? कंपनी का ROE और ROCE 20% से ऊपर है या नहीं ? साथ ही साथ हमें यह भी देखना चाहिए कि साल दर साल और क्वाटर से क्वाटर कंपनी के रिजल्ट कैसे आ रहे हैं। साथ ही साथ कंपनी का कैश फ्लो पॉजिटिव में होना चाहिए और कंपनी के Book Value और Intrinsic value उसके शेयर प्राइस से ज्यादा हाई में नहीं होना चाहिए। हालाँकि कुछ अच्छे कम्पनीस के स्टॉक महँगे हो सकते हैं। अगर किसी कंपनी का Book Value और Intrinsic value उसके Market Price से कम या नीचे हो तो वह और भी अच्छा है।
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